हफ्ते की ख़बर -२९/०८/२०२०
क्या लिखूं यार!! हिन्दुस्तान सुशांत सिंह राजपूत को न्याय दिलाने में जुटा हुआ है,यहां के सभी पत्रकार और न्यूज चैनल अपने अपने ढंग से उसकी कहानी सुना रहे हैं,और जनता घर में बैठी ये सब तमाशा मजे से देख रही है। इसमें किसी की गलती नहीं है,आधी आबादी बेरोजगार है, बची आधी में ज़्यादातर घर से ही काम कर रहे हैं। देश भर में जगह जगह बाढ़ अाई हुई है, देश की अर्थव्यवस्था उसमें डूब रही है,लोग अपने घरों को छोड़कर जा रहे हैं,महानगरों में पानी भरा हुआ है, और किसी में "आग भी लगी है"। राजनीति जस की तस चल रही है,कुछ अच्छे काम हो रहे हैं, कुछ उसमें टांग भी अड़ा रहे हैं। कहीं दोनों ही तरफ से अनदेखी हो रही है,और किसानों और गरीबों का नुक़सान तो कॉन्स्टेंट है। बाकी छोटी मोटी खबरों पर कोई ध्यान देता नहीं है तो हम क्या ही बताएं!! अरे! करोना तो बचा ही हुआ है,ये भी एक नया कॉन्स्टेंट हो रहा है,और इसके इलाज के नाम पर अधिकतर निजी अस्पतालों में धांधली चल ही रही है।अब कोई सबूत मत मांग लेना !!! रोज़ के रोज़ हजारों लोग करोना पॉज़िटिव हो रहे हैं, लोग ठीक भी रहे हैं,ऐसी कोई बहुत घबराने वाली बात नहीं...